Thumak Chalat Ramchandra
bhajan
rama
Devotional Song, Kirtan
hinduism
ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैजनियाँ। किलकि किलकि उठत धाय गिरत भूमि लटपटाय, धाय मातु गोद लेत दशरथ की रानियाँ। अंचल रज अंग लपेटे, सोभित स्याम कलेवर, जैसे बालक लटपटाय। कौशल्या जब झूला झुलावे, तब मन में आनंद पावे। ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैजनियाँ।